जब मुख्यमंत्री धामी ने स्वयं संभाला मोर्चा, अधिकारियों को लगाई फटकार, हुई गिरफ्तारियां तो आग लगने की घटनाओं में देखी गई तेजी से कमी …
धामी के अफसरो को सख्त निर्देश और जंगल की आग पर नियंत्रण : 6 मई को वनाग्नि घटनाएँ हुई..125 थी 7 मई को हुई वनाग्नि घटनाएँ हुई हैं 46, घटनाएं कम हुई 79
मुख्यमंत्री धामी के निर्देश के बाद पूरे वन महकमे में ह्ड़कंप, अधिकारियों को लगी फटकार, ग्राउंड जीरो पर अब हैं अधिकारी, और आग पर नियंत्रण
धामी ने स्वयं संभाला मोर्चा तो
वनाग्नि की घटनाओं में पिछले 24 घण्टों के अन्तर्गत 63% की कमी आई..
जंगल में लगती आग सरकार के लिए चुनौती से कम नहीं, लेकिन इसमें साजिश भी किसी की कम नहीं, ताबड़तोड़ हो रही है गिरफ्तारियां…..
मुख्यमंत्री द्वारा दिनांक 04.05.2024 को निर्गत निर्देशों के अनुपालन में वन विभाग के समस्त अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा फील्ड क्षेत्रों में प्रभावी वनाग्नि नियंत्रण/प्रबन्धन की कार्यवाही की जा रही है। इसी क्रम में वन विभाग, मुख्यालय स्तर पर तैनात वरिष्ठ अधिकारियों को भी जनपदों में वनाग्नि नियंत्रण / प्रबन्धन हेतु भेजा गया है। इसमें जिला प्रशासन के विभिन्न अधिकारियों / कर्मचारियों द्वारा भी सहयोग प्रदान किया जा रहा है। समस्त जिलाधिकारियों द्वारा भी वनाग्नि की घटनाओं को रोकने हेतु दण्ड प्रक्रिया संहिता-1973 तथा आपदा प्रबन्धन अधिनियम-2005 के प्राविधानों के तहत निषेधाज्ञाऐं जारी की गयी है, जिसमें कृषि भूमि में खेतों की सफाई से उत्पन्न मलवा/ढेर तथा वन क्षेत्र के निकट असुरक्षित ढंग से कूडे को जलाये जाने एवं विभिन्न मार्गों पर धुम्रपान सामग्री, अन्य ज्वलनशील सामग्री का अनुचित निस्तारण, लापरवाहीपूर्वक सड़क / वन क्षेत्र में फैके जाना दण्डनीय अपराध है तथा उक्त अधिनियमों के तहत् कठोर कार्यवाही की सुनिश्चित की जायेगी।
उपरोक्त के फलस्वरूप वनाग्नि की घटनाओं में पिछले 24 घण्टों के अन्तर्गत 63% की कमी दृष्टिगत हुई है। वनाग्नि पर प्रभावी नियंत्रण / रोकथाम की प्रभावी कार्यवाही निरन्तर की जा रही है। गत 24 घंटे में बड़ी वनाग्नि (Large Forest Fires) घटनाओं में हुई कमी का विवरण निम्नवत है –
6 मई को वनाग्नि घटनाएँ हुई..125
7 मई को हुई वनाग्नि घटनाएँ हुई हैं 46, आग पर नियंत्रण पाया जा रहा है
वनाग्नि नियंत्रण / रोकथाम की व्यापक कार्यवाही के फलस्वरूप यह आशा है कि अगले कुछ दिनों में वनाग्नि के प्रकरण एवं प्रभावित क्षेत्रों में कमी लाते हुए इन्हें पूर्णतः नियंत्रित किया जायेगा.