मुख्यमंत्री धामी का ऐलान जो भी अवैध अतिक्रमण है उसे हर कीमत पर हटाया जायेगा। अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक पूरा अतिक्रमण हट नहीं जायेगा

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मुख्यमंत्री धामी का ऐलान जो भी
अवैध अतिक्रमण है उसे हर कीमत पर हटाया जायेगा। अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक पूरा अतिक्रमण हट नहीं जायेगा..

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को सचिवालय में मीडिया से अनौपचारिक वार्ता करते हुए कहा कि प्रदेश में जो भी अवैध अतिक्रमण है उसे हर कीमत पर हटाया जायेगा। इसके लिये अभियान जारी है और यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक पूरा अतिक्रमण हट नहीं जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी अपेक्षा है कि सरकारी भूमि पर जिन लोगों ने अवैध अतिक्रमण किया है वे स्वयं उस अतिक्रमण को हटा लें, उन्होंने कहा कि कई लोगों ने स्वयं अतिक्रमण हटाने की बात उनसे कही भी है।

बनभूलपुरा हल्द्वानी में सरकारी भूमि के अतिक्रमण के सम्बंध में पूछे गये प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में भी जो भी विधि सम्मत होगा वह किया जायेगा। इस मामले में मा. न्यायालय के जो भी निर्देश, निर्णय होगा उस पर कार्यवाही की जायेगी।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रस्तावित उत्तराखण्ड भ्रमण के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी स्वयं भी इच्छा है कि वे उत्तराखण्ड आयें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखण्ड की भूमि से विशेष लगाव है। सभी प्रदेशवासियों को प्रधानमंत्री के उत्तराखण्ड दौरे की उत्सुकता रहती है। उनके नेतृत्व में राज्य को अनेक योजनायें स्वीकृत हुई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद लगभग डेढ़ लाख करोड़ की योजनायें स्वीकृत हुई जो उत्तराखण्ड से उनके लगाव को दर्शाता है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश में चार धामों में तीनों धाम यमुनोत्री, गंगोत्री और बदरीनाथ में यात्रा सुचारू रूप से चल रही है। बाबा केदारनाथ में बार बार मौसम खराब होने तथा ग्लेशियर से मार्ग बाधित होने की वजह से यात्रियों को असुविधा परेशानी से बचाने के लिये रजिस्ट्रेशन रोके जाते हैं मौसम के ठीक होने के पश्चात यात्रा सुचारू रूप से चलती है, सभी यात्रियों को बाबा केदार के दर्शन हों इसकी व्यवस्था की जायेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने समूचे देशवासियों से अपनी धार्मिक यात्रा का 5 प्रतिशत धनराशि स्थानीय उत्पादों पर व्यय करने की अपील की थी। उनकी अपील के पश्चात स्थानीय महिला समूहों, छोटे स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाये जाने वाले उत्पादों को खरीदना शुरू किया है, इससे स्थानीय लोगों को स्वरोजगार की दिशा में प्रोत्साहन मिल रहा है और प्रदेश में रोजगार भी बढ़ रहा है।