इन सभी मंत्रियों ने कहा पेपर लीक मामले में 55 लोगों को जेल भेजा गया। यह कठोर कदम धामी सरकार ही उठा सकती है ऒर उठा रही है सीएम युवाओं के हित में कठोर नकल विरोधी कानून ला रहे हैं

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इन सभी मंत्रियों ने कहा पेपर लीक मामले में 55 लोगों को जेल भेजा गया। यह कठोर कदम धामी सरकार ही उठा सकती है ऒर उठा रही है सीएम युवाओं के हित में कठोर नकल विरोधी कानून ला रहे हैं

 

राजधानी में जुटे पथराव और लाठीचार्ज के बाद विपक्षी हमलों का जवाब देने के लिए धामी सरकार के मंत्री भी मैदान में उतर आए। उन्होंने विपक्ष पर युवाओं को भड़काने का आरोप लगाया। साथ ही युवाओं से अपील की कि वे धैर्य बनाए रखें और किसी के बहकावे में न आएं। सरकार के सभी मंत्रियों ने वीडियो बयान जारी कर युवाओं से अपील के साथ उन्हें आश्वस्त किया कि किसी के साथ भी अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।
मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, सुबोध उनियाल, सौरभ बहुगुणा, रेखा आर्य, गणेश जोशी ने कहा कि सरकार हर कदम पर युवाओं के साथ खड़ी है। किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। कहा कि भर्ती परीक्षाओं को पारदर्शी बनाने के लिए सरकार ने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। पेपर लीक मामले में 55 लोगों को जेल भेजा गया। यह कठोर कदम धामी सरकार ही उठा सकती है। सीएम ने युवाओं के हित में कठोर कानून लाने का संकल्प लिया है। सरकार का प्रयास है कि जल्द से जल्द भर्ती परीक्षाओं को पारदर्शिता के साथ आयोजित किया जाए।

मंत्रियों ने पूरे घटनाक्रम के लिए विपक्ष पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि कुछ राजनीतिक दल युवाओं को भड़का रहे हैं और उनका फायदा उठाने का प्रयास कर रहे हैं। भर्ती परीक्षाओं में हुई धांधली में शामिल लोगों को विपक्ष बचाना चाहता है जिससे उनके चेहरे बेनकाब न हों। प्रदर्शन के दौरान कुछ बाहरी तत्वों ने भ्रम फैलाने के लिए पथराव किया। ऐसे लोगों को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

युवाओं का आंदोलन कांग्रेस का राजनीतिक षड्यंत्र: भट्ट
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने युवाओं के आंदोलन को कांग्रेस का राजनीतिक षड्यंत्र करार दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कालखंड के भ्रष्टाचार रूपी वृक्ष को उखाड़ने के लिए प्रदेश सरकार कटिबद्ध है। कांग्रेस नहीं चाहती कि उसके कालखंड के कारनामे सार्वजनिक हों। भट्ट ने युवाओं से धैर्य बनाए रखने की अपील की। कहा कि युवाओं को भड़काने वाले और पत्थरबाजी में शामिल लोगों के नाम सार्वजनिक होने चाहिए। उत्तराखंड का युवा शांतिपूर्ण ढंग से अपनी बात को रखता है।