योगी जी फिर मुख्यमंत्री बन रहे है मुझे अच्छा लग रहा है। में खुश हूँ मेरा आशीष सदैव उसके साथ है उनके शपथ लेने से पहले हम कीर्तन भजन करेगे

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योगी आदित्यनाथ सहित सात भाई-बहन है पिता फॉरेस्ट रेंजर थे

योगी आदित्यनाथ का जन्म पांच जून 1972 को उत्तराखण्ड के पौड़ी गढ़वाल जिले स्थित यमकेश्वर तहसील के पंचुर गांव में हुआ था। पिता आनंद सिंह बिष्ट एक फॉरेस्ट रेंजर थे। मां सावित्री देवी गृहिणी हैं। संन्यास धारण करने से पहले योगी का नाम अजय सिंह बिष्ट था। अजय सिंह सात भाई-बहन हैं। इनमें तीन बहन और चार भाई शामिल हैं।
बड़ी बहन शशि पयाल माता भुवनेश्वरी देवी मंदिर के पास प्रसाद ,चाय-नाश्ते की दुकान चलाती हैं। योगी के बड़े भाई का नाम मानवेंद्र मोहन है। दो लोग उनसे छोटे हैं जिनका नाम शैलेंद्र मोहन और महेंद्र मोहन। शैलेंद्र आर्मी में हैं, जबकि दो अन्य भाई एक कॉलेज में काम करते हैं। दो बहनें गृहणी हैं। 2020 में पिता आनंद सिंह बिष्ट का निधन हो गया था।

कुलद की दाल पसंद ( फाडू ) कहते थे- दीदी बहुत अच्छा बनाती हो

योगी आदित्यनाथ को कुलद की दाल ( फाडू ) बहुत पसंद है। ये उत्तराखंड का प्रसिद्ध व्यंजन है। इसे गढ़वाल में फाड़ू बोलते हैं। योगी की बड़ी बहन शशि कहती हैं, ‘भाई को फाड़ू बहुत पसंद है। यदि वे जब भी मिलेंगे घर आएंगे तो उनके लिए फाड़ू बनाऊँगी
. पिता से बोले थे, कभी जनता की सेवा भी कर लिया करो
शशि बताती हैं कि जब योगी 15-16 साल के थे तब उन्होंने पिता जी से कहा था, ‘क्या पिता जी आप तो अपना ही परिवार पालते हो। कभी जनता की सेवा भी कर लिया करो।’ तब पिता जी ने उनसे कहा था कि बेटा मेरी तो 75 रुपये की तनख्वाह है। मैं तो तुमको पाल लूं वही बहुत है। फिर आगे पिता जी ने बोला कि देखता हूं तू क्या करता है…।

गोरक्ष पीठाधीश्वर महंत अवैद्यनाथ जी की मूर्ति स्थापना के लिए वे समय लगते ही यमकेश्वर आएंगे