उत्तराखंड: सड़क दुर्घटनाओं से आवारा बेजुबान पशुओं को बचाने के लिए पुलिस की अनूठी पहल

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उत्तराखंड: सड़क दुर्घटनाओं से आवारा बेजुबान पशुओं को बचाने के लिए पुलिस की अनूठी पहल

यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने व सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने हेतु इन दिनों जहां पुलिस उपमहानिरीक्षक कुमाऊं परिक्षत्र डॉ. नीलेश आनन्द भरणे द्वारा विशेष अभियान “अवरोध रहित सुगम यातायात” चलाया जा रहा है, वहीं चिंतन करने पर एक और तथ्य उजागर हुआ है। वह यह है कि अकसर सड़क दुर्घटनाओं में इंसान ही नहीं, बड़ी संख्या में मूक पशु भी मारे जाते हैं। यह पशु न केवल हर साल स्वयं मारे जाते हैं, बल्कि कई बड़ी दुर्घटनाओं का कारण भी बनते हैं।


इस हेतु एसएसपी पंकज भट्ट के निर्देशन में चौखुटिया व मासी में इन दिनों आवारा पशुओं के गले में रिफ्लैक्टर पट्टी लगाई जा रही है, जो रात के समय चमकेगी और वाहन चालकों को आगाह कर देगी, ताकि सम्भावित दुर्घटना को रोका जा सके। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार यातायात व्यवस्था व सड़क दुर्घटना में अंकुश लगाने के अभियान “अवरोध रहित सुगम यातायात” को सफल बनाने हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट के निर्दशन में अभियान की शुरूआत कर दी गई है।

 

जिसके तहत थाना चौखुटिया के मासी चौकी प्रभारी सुनील धानिक द्वारा क्षेत्र में आवारा बेजुबान पशु, जो कि रात्रि में चलते वाहनों के सामने अचानक आने के कारण दुघर्टना का कारण बन जाते हैं। इन बेजुबान पशुओं के गले पर रिफ्लैक्टर की पट्टी लगाई जा रही है। जिससे जिससे रात में सड़क पर खड़े व बैठे पशुओं की गर्दन में लगा हुआ रेडियम रिफ्लेक्टर वाहन चालक को दूर से ही दिखाई दे जायेगा और चालक सतर्क हो जाएगा। इससे जहां एक ओर किसी बेजुबान जानवर की जान नहीं जायेगी, वहीं सम्भावित दुर्घटनाओं में भी कमी आयेगी। उम्मीद है कि जल्द ही अल्मोड़ा सहित प्रदेश के सभी थाना—चौकी क्षेत्रों में यह अभियान संचालित किया जायेगा।